राम मंदिर कितना बन चुका है। हजारों सालों तक रहेगा खड़ा

दोस्तो आप जानते ही हैं कि अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण शुरू हो चुका है। राम मंदिर का निर्माण काफी तेजी से पूरा किया जा रहा है और इसका लगभग 70 फीसदी निर्माण का कार्य पूरा हो चुका है। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के कोषाध्यक्ष स्वामी गोविंद देव गिरी जी महाराज ने कहा है कि जनवरी 2024 के तीसरे सप्ताह में रामलला की मूर्ति की स्थापना की जाएगी।

राम मंदिर का निर्माण कार्य कितना पूरा हुआ है

इसी के साथ भक्तों के दर्शन करने की और पूजा करने की व्यवस्था भी की जाएगी। स्वामी गोविंद देव गिरी जी ने कहा कि 2024 में माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा रामलला की मूर्ति की स्थापना की जाएगी। गोविंद देव गिरी जी ने यह साफ कहा कि 2024 में आ रहे चुनाव घर के निर्माण से नहीं जुड़ी हैं।

कुछ समय पहले हुई श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की एक मीटिंग में ट्रस्टी ने बताया था कि मंदिर के निर्माण में 36 महीने का समय और लग सकता है। उन्होंने कहा कि मंदिर का निर्माण आने वाले 1000 सालों को ध्यान में रखकर किया जा रहा है।

ट्रस्टी ने यह भी कहा कि मंदिर को इस तरीके से बनाया जा रहा है कि वह कई हजारों सालों के बाद भी जमीन पर खड़ा रहे। मंदिर के निर्माण में लोहे का इस्तेमाल बिल्कुल भी नहीं किया जा रहा है। साथ ही लोग मंदिर की दीवारों पर अपना नाम लिखवाना चाहें तो कुछ दान देकर या किया जा सकता है।

उस बैठक में ट्रस्टी ने यह भी बताया था कि मंदिर को प्राचीनतम तरीके से बनाया जाएगा। मंदिर के पत्थरों को जोड़ने के लिए तांबे की पत्तियों का इस्तेमाल किया जाएगा। 18 इंच लंबी, 3 मीटर गहरी और 30 सेंटीमीटर चौड़ी 10,000 पत्तियों का इस्तेमाल मंदिर के पत्थरों को जोड़ने के लिए किया जाएगा।

मंदिर को कुछ इस तरीके से बनाया जाएगा कि वह प्राकृतिक आपदाओं से बिल्कुल भी आहत न हो। मंदिर के निर्माण में इस्तेमान होने वाली तांबे की पत्तियों को आम लोग दान भी कर सकते हैं और साथ ही इन पत्तियों पर अपना, अपने परिवार का, अपने पिताजी का या फिर अपने इलाके का नाम भी लिखवा सकते हैं हैं। विभिन्न प्रांतों से दान में दी गई इन पत्तियों का इस्तेमाल जब मंदिर के निर्माण में किया जाएगा तो यह समूची देश के योगदान और मंदिर के निर्माण के प्रति उनके उत्साह का प्रतीक होगा। 

मंदिर के कुछ हिस्सों की छत के निर्माण का कार्य चल रहा है

ट्रस्टी ने यह भी बताया कि सीबीआरआई रुड़की और आईआईटी मद्रास के साथ मिलकर L&T कंपनी के इंजीनियरों ने मंदिर के निर्माण के लिए जमीन के परीक्षण का काम शुरू कर दिया है। ट्रस्टी ने यह भी बताया कि आंकड़ों के अनुसार हर साल लगभग 2 करोड लोग अयोध्या में राम लला के दर्शन करने के लिए आते हैं। मंदिर के निर्माण के बाद यह आंकड़े और भी बढ़ जाएंगे इसलिए सरकार को अयोध्या में यातायात की व्यवस्था सुधारने के ऊपर काम करना चाहिए।

वर्तमान समय में मंदिर की परीक्षा पत्र की छत का निर्माण चल रहा है। इस कार्य को जून तक पूरा कर दिया जाएगा। भीम पर रखी जाने वाली शिलाओं की पूर्ति पूर्णतया हो चुकी है। मंदिरों यात्री सुविधा केंद्र विद्यालय केंद्र और पावर स्टेशन भी बनाया जा रहा है। अति सुविधा केंद्र सहित अन्य चित्रों की नींव तैयार हो चुकी है सिर्फ छत पर काम करना बाकी है।

ज्योतिष विद्या केंद्र में लगभग 25000 लोगों के निवास की सुविधा होगी। मंदिर में भगवान राम की प्रतिमा के अतिरिक्त मंदिर के 6000 खंबों पर अन्य देवी देवताओं की तस्वीरें बनाई जाएंगी। मंदिर के निर्माण में इस्तेमाल होने वाले खंबो का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है अब उनकर देवी देवताओं की तस्वीरों की नक्काशी का कार्य किया जा रहा है।

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