अर्जुन तेंदुलकर और nepotism । क्या भाई-भतीजावाद के चलते हुआ अर्जुन तेंदुलकर का चयन

अर्जुन तेंदुलकर और nepotism

अर्जुन तेंदुलकर और nepotism की चर्चा में एक नया नाम सामने आया है जो है प्रणव धनावड़े। कुछ समय पहले एक तस्वीर वायरल हुयी जिसमें प्रणव धनावड़े और अर्जुन तेंदुलकर को एक साथ देखा जा सकता है। आलोचकों के द्वारा यह बात कही जा रही है कि प्रणव धनावड़े को एक ही पारी में 1009 रन बनाने के बाद भी टीम में शामिल नहीं किया गया क्यूंकि वे एक ऑटो चालक के बेटे हैं।

वहीं अर्जुन तेंदुलकर को सिर्फ इसलिए शामिल किया गया है क्यूंकि वे सचिन तेंदुलकर के बेटे हैं। इस बात में कितनी सच्चाई है और क्या अर्जुन और प्रणव को एक ही टीम में शामिल किया जाना चाहिए था यही हम आपको यहाँ बताने जा रहे हैं। इस विषय पर सभी के अपने अपने मत हो सकते हैं।

अर्जुन तेंदुलकर का प्रथम प्रवेश

क्रिकेट के भगवान सचिन रमेश तेंदुलकर के बेटे अर्जुन तेंदुलकर ने अपने प्रथम प्रवेश में गोवा की तरफ से खेलकर सतक मारा है जिसके बाद अर्जुन तेंदुलकर लगातार सुर्ख़ियों में हैं। सचिन तेंदुलकर ने भी अपने प्रथम प्रवेश में November 1989 में सतक मारा था। और सचिन तेंदुलकर के बेटे अर्जुन तेंदुलकर भी अपने प्रथम प्रवेश में उन्हीं की तरह प्रतिभाशाली नजर आये।

इसके बाद अर्जुन तेंदुलकर को कुछ आलोचनाओं का सामना भी करना पड़ रहा है। आलोचना की वजह है एक तस्वीर जो बड़ी तेजी से वायरल हो रही है। तस्वीर में एक अर्जुन तेंदुलकर और एक और खिलाड़ी प्रणव धनावड़े देखे जा सकते हैं। बताया जा रहा है कि प्रणव धनावड़े ने एक मुकाबले में 1009 रन बनाये थे लेकिन फिर भी उन्हें टीम में शामिल नहीं किया गया।

आलोचकों के द्वारा दलीलें दी जा रही हैं कि प्रणव धनावड़े एक ऑटो ड्राइवर के बेटे हैं इसलिए उन्हें टीम में शामिल नहीं किया गया और दूसरी और अर्जुन तेंदुलकर सचिन तेंदुलकर के बेटे हैं इसलिए उन्हीं बिना किसी पुराने रिकॉर्ड के टीम में शामिल किया गया है।

2016 में जब प्रणव धनावड़े ने 1009 रन बनाये थे तब उनको लेकर महेंद्र सिंह धोनी का बयान सामने आया था। उनका कहना था कि प्रणव धनावड़े काफी consistent रहे हैं और उन्होंने काफी मेहनत भी की है। महेंद्र सिंह धोनी का कहना था कि प्रणव धनावड़े एक बहुत ही प्रतिभाशाली बच्चे हैं। इतने रन बनाने के लिए काफी छक्के लगाने की जरूरत है जो कि एक अच्छी बात है। इसके अलावा सचिन तेंदुलकर और हरभजन सिंह ने भी प्रणव को बधाईयां दी थीं।

2016 में प्रणव धनावड़े का शानदार प्रदर्शन

प्रणव ने केवल 323 गेंदों में 1009 रन बनाये थे। इतने रन बनाने के लिए उन्हें 59 छक्के और 127 चौके लगाने पड़े थे। इसके साथ ही प्रणव ने केवल 59 गेंदों में 300 रन की पारी खेली थी

तस्वीर के वायरल होने के बाद यह बात कही जा रही है कि प्रणव धनावड़े को भी अर्जुन तेंदुलकर के साथ एक ही टीम में शामिल किया जान चाहिए था। प्रणव धनावड़े एक ऑटो ड्राइवर के बेटे हैं और वे कल्याण में रहते हैं। जब प्रणव धनावड़े ने यह पारी खेली थी तब महाराष्ट्र के खेल मंत्री ने वादा किया था कि उनकी पढ़ाई और खेल पर सरकार ध्यान देगी।

इसके बाद भी यह चर्चा है कि प्रणव धनावड़े को टीम के अंदर मौका नहीं ददिया गया और अर्जुन तेंदुलकर को मौका दिया गया है। प्रणव धनावड़े मुंबई में रहते हैं और उन्हें मुंबई की टीम में शामिल किया जाना चाहिए था। 2016 के बाद से प्रणव धनावड़े की चर्चा सामने नहीं आयी है।

अगर आलोचकों की दलील की बात की जाए तो उसमें जरा भी दम नहीं है। तस्वीर के वायरल होने के बाद यह बात कही जा रही है कि अर्जुन तेंदुलकर और प्रणव धनावड़े को एक ही टीम में शामिल किया जाना चाहिए था। अर्जुन ने गोवा की तरफ से debut किया है और प्रणव धनावड़े मुंबई में रहते हैं इसलिए उन्हें मुंबई की टीम में शामिल किया जाना चाहिए था।

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