भारतीय राजनीति में नरेंद्र मोदी के भविष्य पर ज्योतिषीय भविष्यवाणियां
दोस्तों एक प्रसिद्ध भविष्यवक्ता और संत अयोध्या के निवासी हैं और हरिदयाल मिश्र के नाम से जाने जाते हैं। उन्होंने इंदिरा गांधी के निधन की भविष्यवाणी की थी और आज के समय से बहुत पहले ही संजय गांधी की मृत्यु की भविष्यवाणी भी कर दी थी।
इसका मतलब यह है कि उन्होंने मृत्यु से पहले ही इंदिरा गांधी और संजय गांधी के निधन की भविष्यवाणी कर दी थी और जब दोनों की मृत्यु हो गई तो वे चर्चा का विषय बन गए। उन्हें विभिन्न प्रकार की एजेंसियों से निपटने की आवश्यकता थी।
उन्हें पुलिस से कई सवालों के जवाब भी देने थे। कृपया ध्यान दें कि इन्होने हाल ही में नरेंद्र मोदी के बारे में एक शानदार भविष्यवाणी भी की है।
नरेंद्र मोदी और राहुल गाँधी में से कौन बनेगा अगला प्रधानमंत्री
बता दें कि पूर्व प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी के निधन के बाद संजय गांधी के निधन के बाद अयोध्या में रहने वाले हरदयाल मिश्र और जिन्होंने अपनी मृत्यु से पहले की भविष्यवाणी की थी, चर्चा का विषय बन गए थे।
यह एक प्रमुख समाचार घटना थी क्योंकि जो किसी राष्ट्र का प्रधान मंत्री होता है, तो वह व्यक्ति पूरे राष्ट्र में सबसे शक्तिशाली और प्रतिष्ठित व्यक्ति होता है।
इंदिरा गांधी की मृत्यु हुई तो इंदिरा गांधी की मृत्यु के कुछ समय बाद ही अयोध्या निवासी हरिदयाल मिश्र सुर्खियों में आ गए। जब इंदिरा गांधी का निधन हुआ तो हरिदयाल मिश्र भी सरकारी एजेंसियों के शिकार बने।
इनको सरकारी समिति की जांच का हिस्सा बनने के लिए मजबूर किया गया और उससे कई सवाल किए गए। तब पता चला कि उसने भविष्यवाणी के द्वारा आने वाली मृत्यु के बारे में बताया था।
लेकिन सबसे दिलचस्प बात यह है कि वर्तमान में भविष्यवाणी भारत के जाने-माने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की है। घटना को लेकर हर कोई उत्सुक है। उन्होंने नरेंद्र मोदी के बारे में क्या कहा है? कौन सी बड़ी भविष्यवाणी की है?
इसे सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है और आज की पोस्ट में हम इसके बारे में बताएंगे। दोस्तों, नरेंद्र मोदी जी के बारे में अपनी भविष्यवाणी से उन्होंने चुनाव के लिए अपनी मनसा जाहिर की है।
दूसरे शब्दों में, भविष्यवाणी 2024 में एक प्रधान मंत्री के चुनाव से संबंधित है। उन्होंने नरेंद्र मोदी को भी उम्मीदवार के रूप में शामिल किया है। इसके अलावा उन्होंने कांग्रेस के युवा नेता राहुल गांधी के बारे में भी भविष्यवाणी की है।
2024 में नरेंद्र मोदी और राहुल गांधी इनमें से किसे भारत का प्रधानमंत्री चुना जाएगा? मध्य भारत की सरकार के चुनाव अगले कुछ वर्षों में होने वाले हैं।
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी के चुनाव के संबंध में उनकी भविष्यवाणियों के आधार पर, राहुल गांधी का वर्तमान समय बहुत अच्छा नहीं चल रहा है। यह इस बात का संकेत है कि राहुल गांधी को भाग्य का साथ नहीं मिल रहा है।
अंतरिक्ष के माध्यम से पारगमन करने वाले ग्रहों के कारण राहुल गाँधी की स्थिति चुनाव जीतने की नहीं है। संत हरिदयाल मिश्र ने कहा है कि दोनों ही मामलों में मौजूदा स्थिति राहुल गांधी के लिए सबसे अच्छी नहीं है।
उन्होंने कहा है कि वर्तमान में राहुल गांधी को राजनेता बनने का प्रयास नहीं करना चाहिए। अगर वे कोशिश करते हैं तो वे सफल नहीं होंगे। सही समय आने पर राजनेता को राजनीति में कुछ हद तक सफलता मिलेगी।
इससे पहले भी राहुल गाँधी का प्रदर्शन बहुत मजबूत नहीं रहा है और इसलिए भारत के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी को चुनते हैं। उन्होंने निम्नलिखित घोषणा की है: वर्तमान में नरेंद्र मोदी की कुंडली उनके अनुकूल है।
नरेंद्र मोदी की कुंडली में दोनों भाव के सितारों की स्थिति बहुत शक्तिशाली है। इसका मतलब यह है कि सितारे मौजूदा समय में नरेंद्र मोदी के जीवन को नयी बुलंदियों तक पहुंचा सकते हैं।
ऐसे में नरेंद्र मोदी को न केवल आम जनता और मीडिया का समर्थन प्राप्त है, बल्कि ग्रहों के नक्षत्रों का भी समर्थन प्राप्त है, जिसके कारण आगामी चुनावों में नरेंद्र मोदी की जीत निश्चित है।
इसके अलावा उन्होंने नरेंद्र मोदी को लेकर एक और भी भविष्यवाणी की है। उन्होंने यह भी कहा कि नरेंद्र मोदी के सितारे बुलंद हैं और यही कारण है कि नरेंद्र मोदी अब दुनिया भर में एक प्रशंसित नेता हैं।
उन्होंने यह भी बताया कि कैसे नरेंद्र मोदी ने अपने समय में प्रधान मंत्री के पद पर रहते हुए एक से अधिक काम किए हैं। ऐसा उनके नक्षत्र के बल के कारण ही संभव हुआ है।
उन्होंने नरेंद्र मोदी की विमुद्रीकरण योजना, तीन तलाक और सर्जिकल स्टिके का समर्थन किया है। उन्होंने प्रधान मंत्री के नोटबंदी जैसे साहसिक कदमों की प्रशंसा की।
ये बड़े कदम देश को और अधिक ठोस स्थिति में ले जाने में उपयोगी सिद्ध हुए हैं। उन्होंने कहा है कि हमें भविष्य में भी इस तरह के महत्वपूर्ण कदम देखने की संभावना है।
महोदय
विज्ञान के पास ज्योतिष शास्त्र का ज्ञान
नहीं है केवल खगोलीय ज्ञान है वह भी अधुरा और ज्योतिष शास्त्र में खगोलीय ज्ञान विज्ञान विस्तृत है और आधुनिक विज्ञान अंग्रेजी शिक्षा पद्धति के आधार पर है और अंग्रेजी ज्ञान के एज्युकेशन एक्ट 1835 के अनुसार बनाया गया है और एज्युकेशन एक्ट 1835 में वैदिक शिक्षा पद्धति से किनारा कर लिया है जिस वजह से अंग्रेजी शिक्षा पद्धति ब्रम्हांड का ज्ञान सिमित है इसलिए अंग्रेजी शिक्षा पद्धति के आधार पर पढ़ाई करने वाले को वैदिक शिक्षा पद्धति अंधश्रद्धा लगती है इसी वजह से भारत शिक्षा पद्धति के क्षेत्र में पिछड़ गया, ज्योतिष हि नहि विज्ञान, राजनीति, युद्ध निती खगोलीय ज्ञान में पिछड़ गया। । और भारतीय ज्ञान कि स्थिति कुये के मेंढक जैसी हो गई।
अरुण बारेवार गोंदिया महाराष्ट्र मोबाइल नं 9765672637 gmail id arunbarewar786@gmail.com