देर से शादी करने के नुकसान

देर से शादी करने के नुकसान और फायदे क्या हैं

हम देर से विवाह करने के नुक्सान और लाभ बताएंगे। और देर से विवाह करने से जीवन में क्या मुसीबत आ सकती है यह भी आपको बताएँगे? जीवन में कई चरण होते हैं, जैसे बचपन, जवानी और बुढ़ापा। प्रत्येक काम को उचित उम्र में ही करना चाहिए और ऐसा करना ही व्यक्ति के लिए उपयुक्त है। बिना जीवनसाथी के गाड़ी बुढ़ापे में चल सकती है लेकिन युवावस्था में नहीं। देर से शादी करने से बहुत सी हानियाँ होती हैं?

वर्तमान समय में यह मुद्दा लोकप्रिय है और फैशन में है, जिसमें देर से शादी करना या बच्चों की शादी करना शामिल है। इसलिए आज हम इसी मुद्दे पर चर्चा करेंगे। जैसा कि हम देखते हैं आज शादी की उम्र 25 या 27 वर्ष की उम्र से 30 या 35 वर्ष की उम्र तक जा चुकी है। इसके कई कारण हैं। आज का युवा वर्ग नौकरी की ओर है, और नौकरी करना कुछ गलत भी नहीं है क्योंकि आज की दुनिया में हमारी आवश्यकताएं बहुत बढ़ गई हैं।

शादी एक सुंदर संबंध है क्योंकि हमारे मन में उम्र के साथ कुछ बदलाव आते हैं, जिसमें शारीरिक, मानसिक और आर्थिक आवश्यकताएं शामिल हैं। शादी भी हमारी इन सभी आवश्यकताओं को पूरा करती है। लेट शादी करने से 25 साल की उम्र तक हमारी सभी आवश्यकताएँ बढ़ जाती हैं। हम शादी करने के लिए तैयार नहीं हैं, लेकिन हमारी फिजिकल जरूरतें अब भी वैसी ही हैं।

हमारी भावनाएं बदल चुकी हैं, हमें पार्टनर की जरूरत है। हमें सहायता की जरूरत है। हमें मानसिक साथी की जरूरत होती है, जब बच्चों की ये सब आवश्यकताएँ पूरी नहीं होती तो वे लिव इन रिलेशनशिप में चले जाते हैं या फिर उनके अफेयर्स हो जाते हैं।

इसके अलावा, आजकल बच्चों के पास देर से शादी करने के कई कारण हैं। इसके लाभ और नुकसान क्या हैं? हम इस पर हम चर्चा करेंगे। जैसा कि आप जानते हैं, हमारे यहाँ पहले शादी की उम्र 25 से लगभग 27 या 28 साल तक थी, जो एक बहुत बड़ी उम्र है।

शादी करने के पीछे बहुत सारे कारण होते हैं, कुछ वैज्ञानिक और कुछ सामाजिक, जिन्हें हमें आज समझना चाहिए। इसलिए आज मैं इनपर आपसे बात करूँगा। हम जानते हैं कि देर से शादी करने से क्या हानि होती है? शहरों के अलावा गांवों या छोटे कस्बे में शादी बहुत जल्दी होती है। ये हमारी चिंता नहीं है। हमारा मुद्दा है कि शादी को देर से करने से क्या हानि होती है? तो चलिए सीधे हानि पर आते हैं।

विभिन्न जीवन शैली और आदतें

जब दो बच्चे या बच्चे आपस में मिलते हैं, तो बहुत जल्दी एक दुसरे से मिल जाते हैं और उनकी सोच भी जल्द ही एक दुसरे से मिलने लगती है लेकिन लेकिन हम देखते हैं कि दो बड़े लोगों के विचारों में बहुत फर्क होता है जब वे एक साथ मिलते हैं तो उनके विचारों को मिलने में समय लगता है।

वह इस तरह व्यवहार क्यों करते है? क्योंकि वह अपनी उम्र में कुछ हासिल कर चुके हैं, बहुत कुछ सीखा है उन लोगों ने? कुछ उनके विचार और आदतें बन गए हैं। कुछ अपनी निजी जीवनशैली बना चुके हैं, एक अलग जीवनशैली।

ऐसे में, एक लेट शादी में दो बड़े लोगों की सोच एक दूसरे से मिलने की संभावना बहुत कम होती है। जब दो लोग कम उम्र में एक दुसरे के साथ समय बिताते हैं तो एक व्यक्ति की आदत दूसरे की आदत बन जाती है। तो आपस में अंडरस्टैंडिंग करना, एक लाइन पर चलना और एक साथ रहना बहुत आसान हो जाता है। लेकिन अगर शादी देर से की जाए तो यही सब मुश्किल हो जाता है।

बड़ी उम्र में विवाह करने वाले लोगों को एक दूसरे को समझने में कई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। वास्तव में, वह अपनी पुरानी जीवनशैली छोड़ नहीं सकते। एक दूसरे के साथ सही सेट नहीं हो पाते, इसलिए उनका वैवाहिक जीवन कुछ समय बाद टूट जाता है।

प्रेग्नेंसी से जुड़े मुद्दे

लड़कियां अगर बढ़ती उम्र के बाद भी भी शादी नहीं कर रही हैं, तो उनको अपने भविष्य पर भी विचार करना चाहिए। असल में, अधिक उम्र में शादी करने से प्रेग्नेंसी से जुड़े मुद्दे पैदा होने लगते हैं। इसलिए सही उम्र में विवाह करें, ताकि भविष्य में कोई परेशानी न हो।

मुख्य बात यह है कि देर से शादी करने से सबसे बड़ा नुकसान ये है कि महिलाओं में ऐग प्रोडक्शन और पुरुषों में स्पर्म डेवलपमेंट और प्रोडक्शन में कमी आ जाती है, जिससे रीप्रोडक्शन में दिक्कत आती है। देर से शादी करने वाले लोगों में निषेचन की समस्या का भी सामना करना पड़ता है।

आज के बच्चे जल्दी शादी क्यों नहीं चाहते?

उनका करियर इसका एक बड़ा कारण है। यदि हम अपने विचारों को थोड़ा सा बदल दें, जैसे कि लड़की की शादी में कैरियर उसे रोकना नहीं चाहिए। लड़कों के विवाह में कैरिअर को रोकना नहीं चाहिए। तो क्या हमें करना चाहिए? हमें अपने बच्चों, लड़कियों और लड़कों को ये अधिकार देना चाहिए कि शादी के बाद भी वे अपना करियर जारी रख सकते हैं? जिस तरह चल रहा है, उसी तरह चला सकते हैं।

पतियों को भी अपनी पत्नियों को उनके करियर में आगे बढ़ने की स्वतंत्रता देनी चाहिए। शादी करने के बाद उन्हें कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए। आप अपने करियर में बहुत अच्छा कर सकते हैं। आप अपने लक्ष्यों को पूरा करने के लिए अपनी पढ़ाई पूरी कर सकते हैं। यदि हमारे युवा वर्ग को हमारे बच्चों को ये स्वतंत्रता मिलेगी तो वे निश्चित रूप से विवाह करने से घबराएंगे नहीं।

क्योंकि वे चाहते हैं कि पहले अपने पैरों पर खड़े हों, फिर शादी करें, लेकिन जब तक उनकी उम्र बड हो जाती है और उनकी शादियां लेट जाती हैं।

एक और समस्या है प्राइवेसी

प्रेमी एक दूसरे को प्यार करते है। अपने साथी को अपनी निजी जिंदगी का हिस्सा मानते हैं, लेकिन फिर भी अपने अपने अलग जीवन व्यतीत करते हैं।

जिससे वे विस्तारित करने में असमर्थ हैं। पहले के दौर में पति पत्नी के बीच कोई गुप्त बात नहीं होती थी। लेकिन आज दोनों अपने मोबाइल फोन में पासवर्ड रखते हैं। एक दूसरे को उनके अकाउंट्स का पासवर्ड नहीं पता है या ये पूछना नहीं चाहते हैं। ये प्राइवेसी का भूत दोनों के सिर चढ़कर बोलता है क्योंकि दूसरे से पूछे जाने पर वह भी सारी जानकारी मांगेगा। तो इस तरह के संबंध कब तक जारी रहेंगे?

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