भूत प्रेत – क्या भूत प्रेत होते हैं, भूत कौन बनता है

दोस्तों भूत प्रेत के बारे में तो तभी ने सुना होगा लेकिन अभी तक लोगों के मन में यह संसय बना रहता है कि भूत प्रेत होते हैं या नहीं । कुछ लोगों का मानना है कि भूत होते हैं तो कुछ लोगों का मानना है कि नहीं । हमारे देश में हम देखते हैं कि कई सारे बाबा भी हैं जो भूत भगाते हैं और लोग उनके पास भारी तादात में जाते हैं जिससे यह साफ होता है कि हमारे देश में बहुत सारे लोग भूत वधा से पीड़ित रहा करते हैं ।

कईं लोगों को उनके परिवार वालों से सुनने को मिलता है कि फलाना घर में यह हुआ था या फलानि जगह पर भूत रहते हैं और कई लोगों को अखबार या टीवी सीरियल देखकर भूतों के बारे में पता चलता है लेकिन एक बात तो साफ है कि हमारे देश में भूत प्रेत के बारे में लगभग सभी ने सुन रखा है ।

कई लोगों का दावा होता है कि उन्होंने भूत देखे हैं और ऐसे लोगों की संख्या गाँव और कस्बों में अधिक होती है । सिर्फ हमारे देश में ही नहीं वल्कि विकसित देशों में भी भूत प्रेत की चर्चा आम है जिससे यह साफ होता है कि संसार में भूत प्रेत के होने के हो सकते हैं ।

क्या भूत प्रेत होते हैं

शस्त्रों में भूत प्रेत को 84 लाख योनियों में से ही एक योनि बताया गया है जिससे यह साफ जाहिर होता है कि भूत होते हैं । इसके अलावा भगवान श्री कृष्ण भगवद गीता में भी कहते हैं कि आत्मा कभी नहीं मरती जिसका मतलब है कि अगर आत्मा को कोई और शरीर न मिले तो वह धरती पर घूमती रहती है और उसी को भूत कहते हैं ।

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शस्त्रों में बताया गया है कि भूत प्रेत की योनि कोई अच्छी योनि नहीं होती क्यूंकि भूत प्रेत को भूख लगती है लेकिन उसे भूख लगती है लेकिन उनके पास कोई शरीर नहीं होता इसलिए वो कुछ खा नहीं सकते । इसके साथ भूत प्रेत की भूख नहीं मिटती और वो जितना खाते हैं उतनी ही भूख बढ़ती जाती है ।

भूत प्रेत को प्यास भी लगती है लेकिन जैसे ही वो पानी में हाथ डालते हैं उनका हाथ पानी के आर पार निकल जाता है और वो पानी नहीं पी पाते । इसके साथ ही वे भूख प्यास से मर भी नहीं सकते क्यूंकि उनके पास तो कोई शरीर ही नहीं है इसलिए वे हमेशा इस कोशिस में रहते हैं कि कोई व्यक्ति उनको ऐसा मिल जाए जिसके शरीर में घुसकर वे अपनी भूख प्यास मिटा सकें ।

भूत किसके शरीर में प्रवेश करते हैं

भूत उसके शरीर में प्रवेश कर सकते हैं जो तामसिक होता है । तामसिक व्यक्ति के लक्षण हैं अपवित्र रहना, मांस खाना, मदिरा पीना । अगर कोई अपवित्र रहता है जैसे कि अगर बहुत दिनों तक नहीं नहाता या शौचालय से आने के बाद हाथ पाँव नहीं धोता तो ऐसे व्यक्ति के शरीर में भूत आसानी से प्रवेश कर सकते हैं ।

शास्त्रों में तो यहाँ तक कहा गया है कि प्रत्येक बार सोचालय जाने के बाद नहाना चाहिए । जो व्यक्ति ब्रह्मचर्य का पालन करता है भूत उसके निकट भी नहीं आते लेकिन जो ऐसा नहीं करता भूत के लिए वह एक आसान शिकार होता है जिसके शरीर में वह घुस सकता है ।

अगर हो सके तो ऐसे स्थान को शीघ्र छोड़ देना चाहिए जहाँ भूत रहते हों । अगर किसी के घर में साफ सफाई नहीं होती और उसका घर शमशान या कब्रिस्तान इत्यादि के पास है तो उसके यहाँ भूत होने की गुंजाइश ज्यादा होती है ।

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भूत कौन बनता है

जो व्यक्ति आत्महत्या करते हैं वे भूत प्रेत बनते हैं । अगर किसी की उम्र 70 साल है और वह आत्महत्या करके 40 साल की उम्र में ही मर गया तो उसे बाकी के बचे हुए 30 साल भूत की योनि में बिताने पड़ेंगे । भूत प्रेत के पास बहुत सारी शक्तियां भी होती हैं जिसके कारण वो आने आप को जिसे चाहें दिखा सकते हैं ।

इसके अलावा जो किसी दुर्घटना में मर जाते हैं वे भी भूत बनते हैं अगर उनकी उम्र पूरी न हुयी हो तो । जिस स्थान पर ज्यादा दुर्घटनाएं होती हैं वहां पर भूत प्रेत होने की संभावनाएं बड़ जाती हैं । कई स्थान ऐसे होते हैं जो वहाँ दुर्घटना के लिए मशहूर होते हैं, ऐसे स्थानों पर अक्सर भूत प्रेतों को देखा जाता है और इसके अलावा व्यक्ति के अपने पूर्व जन्मों के कर्म भी भूत बनने के लिए जिम्मेमदार होते हैं ।

भूत प्रेत कितने प्रकार के होते हैं

भूत चार प्रकार के होते हैं जो हैं भूत, प्रेत, पिसाच और ब्रह्मराक्षस । सबसे कम खतरनाक होते हैं भूत और सबसे ज्यादा खतरनाक होते हैं ब्रह्मराक्षस ।

भूत से ज्यादा नुकसानदायक प्रेत होते हैं और उससे भी ज्यादा खतरनाक होते हैं पिसाच । सबसे ज्यादा खतरनाक ब्रह्मराक्षस होते हैं जो इंसान को खा जाया करते हैं । ब्रह्मराक्षस बहुत ही कम हुआ करते हैं लेकिन पहले के समय में ये हुआ करते थे ।

शास्त्रों में बताया गया है कि अगर कोई अश्वमेध यज्ञ करे और उसमे कोई गलती कर दे तो वहां पर मौजूद ब्रह्मराक्षस यज्ञ में मौजूद सारे ब्राह्मणो को खा जाया करते थे इसलिए इस तरह के यज्ञ को कुछ ही लोग किया करते थे ।

ब्रह्मराक्षस वो ब्राह्मण बनते थे जो दान में दिए हुए धन का दुरुपयोग करते थे । शास्त्रों में बताया गया है कि अगर कोई व्यक्ति किसी ब्राह्मण को यज्ञ के लिए या मंदिर बनवाने के लिए धन दे और वह ब्राह्मण उस धन को अपने पास ही रख ले तो वह मरने के बाद ब्रह्मराक्षस बनेगा ।

इस लेख मे इतना ही । अगर आप इसी तरह के लेख पड़ते रहना चाहते हैं तो आगे क्लिक करके हमारा व्हाट्सप्प ग्रुप ज्वाइन कर सकते हैं – WhatsappGroup