भगवान को किसने बनाया – श्रष्टि की रचना कैसे हुयी

भगवान को किसने बनाया

दोस्तों, दुनिया में ऐसे बहुत से सवाल हैं जिनका जवाब मिल पाना बहुत ही कठिन है, ऐसा ही एक सवाल है कि अगर हमें भगवान ने बनाया है तो भगवान को किसने बनाया। वैसे तो इस बात पर भी लोगों के मत अलग अलग हैं कि हमें भगवान ने बनाया है या नहीं।

वहीं दूसरी ओर श्रष्टि की रचना को लेकर भी लोगों के मत अलग अलग हैं। हिंदू शास्त्रों में बताया गया है कि इस सृष्टि की रचना, इसका पालन और इसका संहार भगवान करते हैं। शास्त्रों के अनुसार सृष्टि की रचना ब्रह्मा जी, इसका पालन विष्णु भगवान और इसका संहार शिव जी करते हैं।

वैज्ञानिकों के अनुसार श्रष्टि की रचना कैसे हुयी

अगर वैज्ञानिकों की माने तो यह दुनिया एक धमाके से आई है जिसको Big Bang कहा जाता है। बिग बैंग थ्योरी Stephen Hawking नाम के साइंटिस्ट ने दी थी जिनका कहना है कि सृष्टि के पहले कुछ भी नहीं था और फिर एक धमाका हुआ जिससे सृष्टि की रचना हुई।

Stephen Hawking का कहना है कि यह ब्रह्मांड एक प्राकृतिक घटना से बना हुआ है और इसको बनाने में भगवान का कोई हाथ नहीं है और यहां तक कि भगवान का कोई अस्तित्व ही नहीं है।

श्रष्टि में सब कुछ कितना व्यवस्तिथ है

वहीं अगर धर्म शास्त्रों की माने तो सृष्टि की रचना भगवान ने ही की है और इसमें मौजूद समस्त जीव जंतुओं की रचना भी भगवान ने ही की है। अगर हम तर्क की दृष्टि से भी देखें तो यह संसार इतना ज्यादा व्यवस्थित है कि बिना किसी रचयिता के इसकी रचना हो जाने की संभावना पर आश्चर्य जरूर होता है।

यहां हर चीज व्यवस्था के अनुसार कार्य करती है। समुद्र में पानी खारा होता है जिसे हम पी नहीं सकते लेकिन जब उस पानी पर सूर्य की किरणें पड़ती हैं तो वह भाप बन कर बादल बन जाता है और जब उस बादल से वर्षा होती है तो वह जल मीठा होता है जिसे जीव-जंतुओं के द्वारा पीने के उपयोग में लाया जाता है।

यहां सभी ऋतुएं अपने सही समय पर आती हैं और यहां तक कि फल और सब्जियां भी मौसम के अनुसार ही उगते हैं। तो मित्रों यह बात मान लेना बहुत ही सरल है कि भगवान ने ही सृष्टि को बनाया है और हमें भी भगवान नहीं बनाया है। लेकिन दूसरी ओर इस बात को मान पाना कठिन है कि सृष्टि को और हमें किसी ने भी नहीं बनाया और हम अपने आप ही अस्तित्व में आ गए हैं।

श्रीमद्भगवद्गीता के अनुसार भगवान से परे कोई भी नहीं है

तो अगर यह माना जाए कि हमें भगवान ने बनाया है तो फिर हमारे मन में यह सवाल जरूर आता है कि भगवान को किसने बनाया। शास्त्रों की मानी जाए तो भगवान को किसी ने नहीं बनाया क्योंकि भगवान से ही सब कुछ प्रकट हुआ है।

श्रीमद्भगवद्गीता में भगवान ने कहा है कि मुझसे परे कोई भी सत्य नहीं है। इसका अर्थ साफ साफ है कि भगवान बड़ा और कोई भी नहीं है और अगर भगवान से ऊपर कोई नहीं है तो फिर भगवान को कौन बना सकता है।

अगर कोई भगवान को बनाने वाला है तो उसे भगवान से बड़ा और ज्यादा समर्थ होना चाहिए लेकिन श्रीमद्भगवद्गीता के अनुसार न तो भगवान के बराबर कोई है और ना ही उनसे बड़ा तो ऐसे में यह बात साफ हो जाती है कि भगवान को किसी ने नहीं बनाया बल्कि भगवान ने ही सब कुछ बनाया है।

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